अब कदम डगमगा नहीं सकता
प्रिया तुम जानती होगी फिर भी मैं एहसास दिलाना चाहता हूँ की :→ तूफान अपनी गति से आते हैं और चले जाते हैं , विध्वंस और भगनावशेष छोड़ जाते हैं | आंधी और तूफ़ान का मार्ग विकास का मार्ग नहीं: | अब कदम डगमगा नहीं सकता,
कोई तूफां डरा नहीं सकता․
हम है जिस रास्ते पे ऐ साजन ,
उससे कोई हटा नहीं सकता․
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