जिंदगी
“लम्हों की एक किताब है जिंदगी ,
सांसो और ख्यालो का हिसाब है जिंदगी ,
कुछ जरूरतें पूरी, कुछ ख्वाहिशें अधूरी ,
बस इन्ही सवालो का जबाब है जिंदगी, “

जिंदगी ने क्या – क्या रंग दिखाए है और आगे भी क्या रंग बदलेंगे किसी को पता नहीं होता ,
बचपन का अल्हड़पन हर सुख – दुःख से परे फिर युवास्था के सतरंगी सपने जैसे
सारा आकाश हमारा है | फिरअमावस्या की रात सा अंधकार | जो छटा तो
कितने रूपों से रूबरू करा गया, आपकी कल्पनाओ से परे, आप बड़े भ्रम में जीते हो।
एक हकीकत से आपका परिचय होता है, और आपका देखने – सुनने का दृष्टिकोण
धीरे -धीरे बदलता जाता है। और इसका अहसास समय के साथ -साथ महसूस करते हों।
इतना कुछ छोटे से जीवन में घटना और सहन करना सहनशीलता की पराकाष्ठा है ,
फिर भी हम जीते हैं। पता नहीं कौन सी शक्ति है जो हमे सब कुछ सहने की ताकत
देती है , और हम मजबूत होते जाते है। मन में भावनाओ का सागर हिलोरें मरता
हैं की कुछ अपने जीवन के बारे में व्यक्त करूं कहाँ से और कैसे इसको कुछ
शब्दों , लाइनों में बांधना असंभव हैं पर उन्हें समेट कर अपने चाहने वालो
तक अपनी जीवन कथा जरूर share करुंगीं। की इस जीवन सागर में
कितना कुछ समाया हुआ हैं।
- Categories:
- मन की बातें