October 2024
समय अपनी रफ्तार से चल रहा है। अक्टूबर का महीना शुरू हो गया। इस साल के महीने में सब कुछ ठीक-ठीक हैं। परंतु 27 सितंबर को मेरा एड़ी के Joint में Hairline fracture हो गया था। इस कारण मैं चल भी नही पा रही थी। अपने पे तरस आ रहा था। किसी भी चीज में मन नहीं लग रहा था।

नौदुर्गा भी आ गई अरुणिमा सुबह सभी तैयारी कर देती थी। सिर्फ पूजा व हवन करना होता था बैठ कर सब काम हो रहा था। इसके बाद सभी त्यौहार आ रहे थे। पैर के दर्द के साथ ही अब मुझे चक्कर आने लगे थे सुबह उठने से ही लगता था। कभी-कभी बीच में भी आ जाते थे।

अब तो और परेशान होने लगी समझ ही नहीं आ रहा था। क्या वजह थी लगा मेरे गिरने के कारण तो नहीं। ये सिलसिला लगातार हो रहा था बीच-बीच में 1-2 दिन ठीक रहती फिर वही हाल।
इसी बीच 15 अक्टूबर को हम सभी गुरुग्राम गये थे।

अरुणिमा के office में conference थी। वहा मैं अपनी Friend Mirdu से मिलने गई 3-4 साल बाद मिल रही थी बड़ा अच्छा लगा। 17 तारीख को शाम में वापिस आ गए Noida।

19 अक्टूबर को अरुणिमा के घर पर माँ भैरवी की पूजा थी। यह पूजा बहुत ही शानदार होती है। दोपहर में घर गये रात को ही वापिस आ गये। अरुणिमा 20 तारीख को शाम को घर वापिस आ गई आज उसका करवाचौथ का व्रत हैं।

शाम को पूजा हुई। बड़े अच्छे से दिन निकल गया पर मैं अभी भी बहुत अच्छे से चल नहीं पा रही थी।

मैं अब भी सोच सोचकर परेशान हो रही थी की जरा सी चूक महिनों का दर्द पर जो हो चुका उसे वापिस तो नहीं ला सकती। मैं जैसे भूल गई थी कि मैं कभी इतना चलती रहती थी। सुबह घूमना फिर योगा, जिम, दिन में घर के काम।
मेरी दिनचर्या में सभी कुछ शमिल होता है मस्त मौला जीवन है मेरा सभी से मजाक करके खिलखिला कर हँसना मुझे बहुत पसंद हैं। मैंने अपनी पोती को भी गाना सिखा दिया।

जब वो मेरे पैर को देखती तब मैं कहती दादी को लग गई है। दर्द होता है। वह बड़ी मायूसी से मेरी तरफ देखती रहती ।तब मैं गाती -टूटी-टूटी दादी की टांग टूटी वह पूरा तो नहीं बोल पाती बस टूटी-टूटी बोलती रहती। तब सभी हंसे बिना नहीं रह पाते।
अब 1 नवंबर को दीपावली है। जो 30 तारीख से धनतेरस से शुरुआत हो जाएगी।

अब दीपावली के ढेर सारे काम है। खैर आजकल सब कुछ online से आ जाता है। दीपावली के लिए दीपक पूजा का सारा सामान उर्मिला से फोन करके मंगा लिया। धीरे-धीरे चलकर काम कर लेती हूँ। सभी काम हो गये हैं। सारी साफ सफाई 28 तारीख तक पूरी हो गई थी।

आज 30 तारीख को धनतेरस है। सुबह से सभी सजावट हो गई है। आज शाम को यम का दीपक लगाना, भगवान धनवंतरी की पूजा होनी है। घर बहुत सुंदर लग रहा है।

दीपावली की शुरुआत एक अलग ही अनुभूति ले आती हैं। पूरे घर में अलग ही पवित्रता आ जाती है। एकदम घर में रौनक आ जाती है।
आज 31 को रूप चौदस है। आज हनुमान जी का दिन है। आज भी विशेष पूजा सुबह से हैं।

शाम को हनुमानजी की पूजा करने के बाद मंदिर में दीपक रखने गये।
ईश्वर की दया – करुणा से अक्टूबर का महीना बहुत सुंदर ढंग से निकल गया
अब कल 1 नवंबर को शुभ दीपावली हैं।

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